सबला योजना 2021 | Sabla Yojana 2021

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Sabla Yojana 2021
Sabla Yojana 2021

बला योजना 2021 | Sabla Yojana 2021

राजीव गांधी सशक्तिकरण योजना जिसेसबला योजनाभी कहा जाता है। 19 नबंवर 2010 को 11 से 18 वर्ष की किशोरियों के सशक्तिकरण के लिए शुरू किया गया। भारत सरकार द्वारा 20002001 में किशोरियों के सशक्तिकरण के लिए “किशोरी सशक्तिकरण योजना” शुरू किया गया। 2009 तक यह योजना चलता रहा। यह देश के पिछड़े हुए 200 जिलों में चलाई गई थी। बाद में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के सौजन्य से 1 अप्रैल 2011 अंतरराष्ट्रीय से इसे “सबला योजना” के नाम से पूरे भारत में लागू किया गया। इस योजना का आर्थिक संचार शतप्रतिशत केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है।

योजना का नाम सबला योजना
योजना लागू होने की तिथि 1 अप्रैल 2011
योजना का उद्देश्य किशोरियों का स्वास्थ्य, पोषण तथा आत्मनिर्भरता प्रदान कर सशक्तिकरण करना।
लाभार्थी 11-18 वर्ष की किशोरियाँ
योजना का संचालन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा।

 

बला योजना 2021 का उद्देश्य | Sabla Yojana 2021 : Objectives

  • आत्मविकास और सशक्तिकरण के लिये किशोरियो को सक्षम बनाना।
  • किशोरियों के पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार लाना
  • स्वास्थ्य, स्वक्छता, पोषण, किशोर प्रजनन और यौन स्वास्थ्य तथा परिवार एवं बच्चे की देखभाल को बढ़ावा देना।
  • घर आधारित कौशल, जीवन स्तर को सुधारना, व्यवसायिक शिक्षा प्रदान करना।
  • स्कूली छात्राओं को औपचारिक एवं गैर औपचारिक शिक्षा से मुख्यधारा में लाना।

बला योजना 2021 का लक्ष्य | Sabla Yojana 2021 : Aim

  • 11 से 18 वर्ष की किशोरियों को निम्नलिखित सुविधा प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाना है : –

पोषण : – प्रत्येक किशोरी को वर्ष में 300 दिन कम से कम 600 कैलोरी एवं 18-20 ग्राम प्रोटीन तथा सूक्ष्म पोषक तत्व प्रतिफिन प्रदान किये जाएँगे। इसके लिए 300 दिन हेतु 5₹ प्रतिदिन लागत होगी।

  • आयरन एवं फॉलिक एसिड प्रतिपूरक : – किशोरियों में रक्त की कमी को दूर करने के लिए आयरन एवं फॉलिक एसिड की गोलियाँ किशोरी दिवस पर वितरित की जायेगी। किशोरियों को खाद्य समपुष्टिकरण, आहारीय विविधता तथा आयरन एवं फॉलिक एसिड की कमी पूरी करने के लिए इन गोलियों के अनुपूरण के लाभ के बारे में जानकारी एएनएम/आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा दी जायेगी।
  • स्वास्थ्य जांच तथा रेफरल सेवाएँ : – सभी किशोरियों को तीन माह में कम से कम एक बार किसी विशिष्ट तिथि को जिसे किशोरी दिवस कहा जाएगा, सामान्य स्वास्थ्य जाँच की जाएगी। इस दिन चिकित्सा पदाधिकारी/ एएनएम द्वारा किशोरियों को आवश्यकता अनुसार कृमि निवारण दवा देंगे और किशोरियों का लम्बाई एवं वजन की माप की जाएगी। प्रत्येक बालिका का किशोरी कार्ड तैयार किया जायेगा तथा प्रमुख मानकों को चिन्हित कर रखा जायेगा।
  • पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा : – सभी किशोरियों को पोषण एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी शिक्षा आंगनवाड़ी केंद्र में आईसीडीएस तथा स्वास्थ्य कर्मियों एवं संसाधन व्यक्तियों/गैर सरकारी संगठनों/सामुदायिक संगठनों के क्षेत्र के प्रशिक्षुओं द्वारा संयुक्त रूप से दी जाएगी।
  • परिवार कल्याण पर परामर्श : – परिवार कल्याण, किशोरी प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य तथा बल स्वास्थ्य पद्धतियाँ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा, एएनएम एवं पर्यवेक्षक के सहायता से गैर सरकारी संगठनो या समुदाय आधारित संगठनों के जानकार व्यक्ति यह मार्गदर्शन आंगनवाड़ी केंद्र पर प्रदान करेगा। प्रजनन चक्र, एचआईवी/एड्स, गर्भ निरोध, मासिक धर्म के दौरान सफाई, सही समय पर विवाह एवं गर्भ धारण, बाल देखरेख एवं बाल आहार पद्धतियाँ, छः माह से कम बच्चों को केवल स्तनपान अदि की जानकारी 11-15 वर्ष एवं 15-18 वर्ष दोनों आयु वर्गों की किशोरियों को आयु अनुकूल प्रदान की जायेगी।
  • गृह प्रबन्धन : – आंगनवाड़ी केंद्र पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा, एएनएम एवं पर्यवेक्षक के सहायता से गैर सरकारी संगठनो या समुदाय आधारित संगठनों के जानकार व्यक्ति गृह प्रबन्धन का मार्गदर्शन करेगा। पर्यवेक्षक इस लिए जिम्मेदार होगा। इसके तहत घर का रख-रखाव, घर का बजट का योजना बनाना, बचत, गृह चलाना, महिला उन्मुख सचेतना, बच्चों की शिक्षा आदि के बारे में बताया जायेगा।
  • 16 वर्ष से अधिक आयु के लड़कियों के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत व्यवसायिक प्रशिक्षण : – 16 वर्ष से अधिक आयु के पढाई छोड़ चुकी किशोरियों को 18 वर्ष आयु के बाद स्वरोजगार की ओर उन्मुख करने के लिए उन्हे व्यवसायिक शिक्षा प्रदान करने हेतु श्रम एवं रोजगा मंत्रालय के राष्ट्रीय कौशल विकास के माध्यम से कुशल बनाया जायेगा।

बला योजना 2021 की विशेषताएँ | Sabla Yojana 2021 : Features

  1. किशोरी समूह का संगठन : – इस समूह के अंतर्गत 15-25 वर्ष की बालिकाओं को सम्मिलित किया जाता है। जब गाँव में 7 से कम आंगनवाड़ी हो तब ऐसे समूह का गठन किया जाता है।
  2. प्रशिक्षण सामग्री (Training Kit) : – सबल योजना के अंतर्गत सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को प्रशिक्षण किट प्रदान किया जाता है। जिसमे स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण और क़ानूनी मुद्दों को समझने की जानकारी होती है। इस किट का लागत 10000₹ है। इस किट में विभिन्न प्रकार के खेलों द्वारा सामग्री भी शामिल है।
  3. किशोरी दिवस का आयोजन : – सबला योजना के बेहतर क्रियान्वयन और समन्वयन हेतु प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र पर हर तीन महीने में सरकार द्वारा बताए गए दिन को किशोरी दिवस मनाया जायेगा।
  4. किशोरी कार्ड : – इस योजना के तहत प्रत्येक किशोरी को एक किशोरी कार्ड दिया जाएगा। इस कार्ड का प्रबंध आंगनवाड़ी केंद्रों द्वारा की जायेगी।

इस कार्ड में किशोरावस्था के आयु के दौरान शारीर का वजन, ऊंचाई, आयरन, फॉलिक एसिड सप्लीमेंट्स की आवश्यक मात्रा और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं स्वास्थ्य जांच की सेवा सबला योजना के तहत किशोरियों की किये गए जांच की जानकारी होती है।

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