पंजाब ग्रामीण भंडारण योजना 2022 (Punjab Gramin Bhandaran Yojana 2022)
भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मण्डल (ऐसोचैम) की एक रिपोर्ट के अनुसार देश में भण्डारण की क्षमता बहुत कम है। जिस कारण लगभग 11% सुरक्षित रखे जानेवाले फसल को बचा नहीं पाते हैं। भारत दुनियाँ में सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक, दूसरा सबसे बड़ा फल उत्पादक एवं सब्जी उत्पादक देश है। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इसका कुल का 40 से 50 प्रतिशत उपज भंडारण उपलब्ध न होने के कारण ख़राब हो जाता है। देश में पर्याप्त कोल्ड स्टोरेज न होने के कारण किसान तथा सरकार दोनों को नुकसान उठाना पड़ता है।
पंजाब के किसानों को सबसे ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ता है। क्योंकि धान और गेहूँ की खेती दोनों में पंजाब आगे है। एक हेक्टेयर खेत में 40.4 क्विंटल धान उपजाकर पंजाब पुरे देश में पहला स्थान पर बना हुआ है। पंजाब देश 11.2% चावल उत्पादन करता है।
एफसीआई के रिपोर्ट के अनुसार धान और गेहूँ का सबसे ज्यादा स्टॉक पंजाब के गोदामो में है। पंजाब में कुल भण्डारण 253.89 मिलियन टन है, जबकि राज्य की भंडारण क्षमता 234.51 मिलियन टन ही है। सीसे में 20 मिलियन टन अतिरिक्त अनाज कहाँ रखा जाएगा ?
उपरोक्त समस्याओं के निदान हेतु ग्रामीण भंडारण योजना लाया गया। ग्रामीण भंडारण योजना कृषि उपज के भंडारण के लिए ग्रामीण गोदामो या गोदामो के निर्माण के लिए अथवा नवीकरण के लिए एक पूंजी निवेश सब्सिडी योजना है। इस योजना के तहत सरकार स्वयं सहायता समूह को भंडारगृह बनाने में मदद करेगी। इसका प्रबन्धन खुद करेंगे और कम खर्च पर अपने अनाजो का भंडारण कर सकेंगे तथा दाम अच्छे मिलने पर इसे बेच सकेंगे।
पंजाब ग्रामीण भंडारण योजना 2022 का उद्देश्य (Punjab Gramin Bhandaran Yojana 2022: Objective)
- ग्रामीण क्षेत्रों में सम्बद्ध सुविधाओं के साथ वैज्ञानिक भण्डारण क्षमता को बढ़ाना।
- कृषि उपज के ग्रेडिंग, मानकीकरण और गुणवत्ता नियंत्रन को बढ़ावा देना ताकि इसकी बाजार क्षमता में सुधार हो सके।
- किसान अपनी सुविधानुसार अपनी फसल को बेच सकेंगे। न कि फसल खराब होने के डर से जैसे-तैसे भावों पर बेच देंगे।
- इस योजना के तहत किसानों को अपने फसल के भंडारण के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी के साथ लोन दिए जाते हैं।
- इस योजना के तहत दिया गया लोन बहुत ही आसान शर्तो पर 11 वर्षो के लिए दिए जाएंगे।
- इसके अंतर्गत किसान स्वयं या सामूहिक रूप से भी गोदाम बनवा सकते हैं।
पंजाब ग्रामीण भंडारण योजना 2022 के तहत सब्सिडी के नियम (Punjab Gramin Bhandaran Yojana 2022: Subsidy rules)
- इस योजना के तहत SC/ST, पहाड़ी या दुर्गम इलाको में रहने वाले किसानों और उसके समूह को 3 करोड़ ₹ तक लोन और 33% सब्सिडी प्रदान की जायेगी।
- सभी किसानों, कृषि स्नातकों और सहकारी संगठनो के परियोजनाओं को 25% सब्सिडी दी जायेगी। इसके लिए अधिकतम 2.25 करोड़ ₹ प्रदान की जायेगी।
पंजाब ग्रामीण भंडारण योजना 2022 के लिए शर्तें (Punjab Gramin Bhandaran Yojana 2022: Guidelines)
- इस योज के तहत भण्डारण गृह ग्रामीण क्षेत्रो में ही होना चाहिए। नगर निगम के क्षेत्र में आने वाले भंडारगृह इस योजना के पात्र नहीं होंगे।
- भंडारगृह की ऊंचाई 5 मीटर से कम नहीं होंनी चाहिए।
- भंडारगृह की क्षमता 50 मीट्रिक टन से कम और 10 हज़ार मीट्रिक टन से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- योजना का सम्पूर्ण लाभ के लिए भंडारगृह का लाइसेंस होना अनिवार्य है।
- अगर आपको 1000 मीट्रिक टन से अधिक का भंडारगृह निर्माण करना है तो आपको केंद्रीय भंडारण निगम (CWC) से अनुमति लेनी होगी।
- अधिकारियो द्वारा जाँच की जाती है कि भण्डारगृह का निर्माण इंजीनियरों द्वारा किया गया है या नहीं। इसी आधार पर योजना का लाभ दिया जाता है।
पंजाब ग्रामीण भंडारण योजना 2022 के लिए पात्रता (Punjab Gramin Bhandaran Yojana 2022: Eligibility)
ग्रामीण भंडारण योजना के लिए निम्नलिखित लोग पात्र होंगे ।
- किसान
- किसानों के समूह
- उत्पादकों के समूह
- साझेदारी
- स्वाधिकारी फर्म्स
- NGO
- स्वयं सहायता समूह
- कम्पनिया और निगम
- सहकारी संस्थाएं
- नगर निगम से इत्तर स्थानीय निकाय
- ग्रामीण महासंघ
- कृषि उत्पादन विपणन समितियाँ
- पुरे देश में विपणन बोर्ड
- कृषि प्रसंस्करण निगम सहित सभी ग्रामीण क्षेत्र इस योजना के पात्र हो सकते हैं।
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