अगर कोई अल्पसंख्यक समुदाय जैसे मुस्लिम, इसाई, सिख, बौद्ध व पारसी समुदाय का विद्यार्थी उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहता है तो केंद्र सरकार ने विदेश में पढ़ने के लिए दिए जाने वाले ऋण पर ब्याज में छूट देनी की योजना संचालित की है जिसे हम पढ़ाओ परदेश योजना के नाम से जानते है। जिसके तहत अगर कोई अल्पसंख्य समुदायों व आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग का छात्र है तो उसे ब्याज में छूट प्रदान की जाएगी। जिससे की वह विदेशों में उच्च शिक्षा आसानी से प्राप्त कर सके और अपना रोजगार कर सकें। छात्र विदेश में स्नातकोत्तर, पीएचडी व एमफिल की डिग्री आसानी से प्राप्त कर पायंगे इस योजना के अंतर्गत ब्याज में छूट पुरे जीवन में सिर्फ एक बार की पढ़ाई के लिए प्रदान क्या जायेगा । इस योजना के अंतर्गत पाठयक्रम अवधि सहित रोजगार पाने के छह माह और एक वर्ष में से जो भी पहले हो, ऋण प्राप्त करने वाले छात्रों द्वारा देय ब्याज भारत सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
पढ़ो परदेश योजना की मुख्य विशेषताएं Features of Padho Pardesh Scheme
अल्पसंख्यक तथा पिछड़े वर्ग ले लोगो की शिक्षा का विकास
इस योजना का मुख्य उद्देश्य ही अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक रूप से मजबूती देना है. इसके अंतर्गत उच्च शिक्षा के लिए यदि कोई विद्यार्थियों विदेश जाना चाहता है तो इन्हें पढ़ाई करने केलिए ऋण दिया जाएगा जिस पर इन्हें सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जायगी।
ब्याज पर 100% की सब्सिडी
तत्कालिक समय में बैंक के द्वारा दिए जाने वाले एजुकेशन लोन पर बहुत अधिक ब्याज दर होती हैं, जिस वजह से कई लोग ऋण नहीं लेते हैं. इस योजना के अंतर्गत सरकार विद्याथियों को ऋण की दर पर 100% तक की सब्सिडी देगी।
कोर्स पूरा होने तक की समयावधि
इस योजना के अंतर्गत किसी भी लाभार्थी से बैंक द्वारा ऋण तब तक वापस नहीं लिया जायगा जब तक की लाभार्थी का कोर्स पूरा न हो जाये ताकि विद्यार्थी अपना सम्पूर्ण ध्यान पढ़ाई पर केन्द्रित कर सके।
आंशिक कोर्स के लिए लागू
विद्यार्थी को इसका लाभ ऐसे कोर्स में भी मिलेगा जिसका कुछ हिस्सा भारत में टाटा कुछ हिस्सा विदेशो में भी पढ़ाया जाता हो। इस प्रकार के कोर्स की पढ़ाई करने वाले छात्रों को जब तक विदेश के विश्वविद्यालय से डिग्री नहीं मिल जाती है तब तक उसे ब्याज पर सब्सिडी प्राप्त होगी।
पढो परदेश योजना 2023 के लिए पात्रता Eligibility for Padho Pardesh Scheme 2023
- इस योजना का लाभ मुख्य रूप से अल्पसंख्यक समुदायों के छात्रों जैसे मुस्लिमम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन और पारसी को ही मिलेग।
- जो छात्र विदेश में उच्च अध्ययन यानी मास्टर्स, एम.फिल और पीएचडी स्तर की पढ़ाई करना चाहते हैं, वे ही इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- अगर उम्मीदवार बेरोजगार है तो इस स्थिति में उसकी और उसके माता-पिता, अभिभावकों के सभी स्रोतों से कुल आय 6.00 लाख प्रति वर्ष रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आवेदक को ये सब्सिडी युक्त ऋण तभी प्राप्त हो सकेगा, जब वे किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान से उच्च शिक्षा यानि की यानी मास्टर्स, एम.फिल और पीएचडी स्तर की पढ़ाई प्राप्त कर रहे हों. यदि आवेदक विदेश से शिक्षा प्राप्त कर रहा हो, तो संस्थान का मान्यता प्राप्त होना अनिवार्य है.
- इस योजना के अंतर्गत केवल वो अभ्यर्थी आवेदन क्र सकते है , जिनका एजुकेशन लोन 20 लाख से कम का हो।
- इस योजना का लाभ सरकार केवल उन्हीं लोगों को देगी, जो औपचारिक तौर पर भारतीय नागरिक हो।
पढ़ो परदेश योजना योजना के अंतर्गत ऋण प्राप्त करने के नियम
- ऋण की कुल राशि योजना के अंतर्गत कोई भी अल्पसंख्यक समुदाय का विद्यार्थी विदेश में उच्च शिक्षा के लिए अधिकतम 20 लाख रूपए तक का ऋण किसी भी भारतीय बैंक से प्राप्त कर सकता है।
- इस योजना के अंतर्गत ली गयी राशि पर विद्यार्थी को तब तक कोई ब्याज नहीं देना होगा जब तक की विद्यार्थी के कोर्स की समयावधि पूर्ण न हो जाये। इसके अलावा विद्यार्थियों को 1 वर्ष 6 महीने का अतिरिक्त समय दिया जायेगा, यह समयावधि समाप्त होने के बाद आवेदक को पूरा ब्याज और ऋण की मूल राशि चुकाना आवश्यक होगा ।
- छात्र का कोर्स पूर्ण होने के बाद ऋण की राशि का भुगतान पूर्ण रूप से करना आवश्यकता है. जिसके लिए ऋण लेने वाला छात्र की सहूलियत के लिए इसमें आसान किस्तों में भी जमा करवाने का भी नियम है।
- इस योजना के तहत प्राप्त राशि छात्र के अकाउंट में ट्रांसफर की जायगी या विद्यार्थी को चेक से भुगतान किया जायेगा। ऋण और ऋण के ब्याज के भुगतान के लिए भी छात्र को यही प्रक्रिया अपनानी होगी।
- ऋण का समय: इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा लाभार्थी को नौकरी प्राप्त करने के बाद डेढ़ वर्ष का समय दिया जायेगा इस समयावधि के बाद छात्र को ऋण जमा करवान होगा।
योजना के आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज: (Documents required for Padho pardesh scheme)
- छात्र के पास ऋण प्राप्त करने के लिए आवेदन पत्र का होना अनिवार्य है. यह आवेदन आवेदकों को विभिन्न सरकारी बैंकों से प्राप्त हो जायेगा. यह आवेदन पत्र पूर्ण रूप से भर के जमा करवाना होगा।
- आवेदक की निजी जानकारी के लिए आवेदक के पास आधार कार्ड का होना अनिवार्य है जिस से की आवेदक के नाम, पता, आयु आदि की जानकारी प्राप्त की जाएगी साथ ही छात्र को अपने आवेदन के साथ बैंक अकाउंट डिटेल देना आवश्यक है.
- छात्र के पास आवेदन के समय यूनिवर्सिटी से प्राप्त दस्तावेज होने आवश्यक हैं साथ ही साथ छात्र के पास उसके द्वारा यूनिवर्सिटी में लिए गए लिए गये कोर्स का तथा यूनिवर्सिटी प्रवेश पत्र का होना भी आवश्य्क है
- अगर आवेदक नौकरी करता है तो आवेदक का आय प्रमाण पत्र और अगर आवेदक बेरोजगार है तो उसके माता पिता का आय प्रमाण पत्र होना अति आवश्यक है।
- आवेदक के पास जाति का प्रमाणपत्र अनिवार्य रूप से होना चाहिए जिस से आवेदक का अल्पसंख्यक होने का प्रमाण मिलता है।
पड़ो परदेस योजना के लिए आवेदन कैसे करे How to apply for padho pardesh scheme
पड़ो परदेस योजना के आवेदन के लिए अभ्यर्थी को किसी भी सरकारी बैंक से आवेदन पत्र करना होगा आवेदन पत्र प्राप्त करने के बाद उसे सावधानी से भरके उसके साथ बताये गए सभी आवश्यक दस्तावेजों को संलग्न करना होग। इसके बाद आवेदन पत्र को जमा करवाना होगा जमा होने के बाद छात्र का आवेदन‘मिनिस्ट्री ऑफ़ वेलफेयर में ले जाया जाएगा. उसके बाद अंतिम निर्णय लिया जायेगा की आवेदक इस योजना के योग्य है या नहीं।
( FAQ) पड़ो परदेस योजना के सम्बन्ध में अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल
इस योजना में लिए कौन कौन आवेदन कर सकता है ?
इस योजना के लिए अल्पसंख्यक समुदाय जैसे मुस्लिम, इसाई, सिख, बौद्ध व पारसी समुदाय के विद्यार्थी आवेदन कर सकते है।
प्रश्न -: इस योजना में कुल कितना मिलता है ऋण
उत्तर -: इस योजना में 20 लाख रूपए तक का ऋण किसी भी भारतीय बैंक से प्राप्त कर सकता है।
प्रश्न -: इस योजना में लोन कुल कितनी समयावधि के लिए मिलता है
उत्तर -: इस योजना में लोन की समयावधि तब तक होती है जब तक की आपका कोर्स समाप्त नहीं हो जाता है।
प्रश्न -: यह योजना किस प्रकार की शिक्षा के लिए मिलता है
उत्तर -: यल लोन उन सभी छात्रों को मिलता है जो की जो उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहता ह।