MNREGA in Hindi | Nrega Job Card List, Registration

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    DDA EWS Awas Yojana

    विषयसूची

    महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम  | मनरेगा | MGNREGA | Nrega Job Card List | Nrega Registration | MGNREGA Registration | National Rural Employment Guarantee Act

    महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) भारत में 7 सितंबर, 2005 को लागू की गई एक रोजगार गारंटी योजना है। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण परिवारों के सदस्यों को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा तथा प्रतिदिन ₹220 की न्यूनतम मजदूरी पर सार्वजनिक कार्य संबंधी अकुशल मजदूरी देने के लिए तैयार किया जाएगा अर्थात ग्रामीण इलाकों से संबंधित मजदूर परिवार मनरेगा के तहत पंजीकरण करवा के सरकार द्वारा हर रोज अपने लिए काम प्राप्त कर सकते हैं। 2 अक्टूबर, 2009 से पहले मनरेगा को राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (नरेगा / NREGA) कहा जाता था परंतु बाद में नरेगा का नामकरण करके मनरेगा से संबोधित किया जाने लगा।

    2010-11 के बजट वर्ष में केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के लिए 40100 करोड रुपए जारी किए गए थे। यह बजट इसीलिए जारी किया गया था ताकि ग्रामीण इलाकों से संबंधित लोगों को रोजगार गारंटी प्रदान की जा सके। भले ही लोग गरीबी रेखा से नीचे हो या ना हो, उन सबको मनरेगा के तहत काम दिलाने की पहल की गई है।

    महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का उद्देश्य | Mgnrega Job Card Objective

    ग्रामीण लोगों की आमदनी को बढ़ाने के लिए तथा मुख्य रूप से ग्रामीण भारत में रहने वाले लोग महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के अंतर्गत कार्य कर सकें और अपनी रोजी रोटी कमा सकें। विशेष करके महिलाओं को मनरेगा के तहत जोड़ने का कार्य किया गया है, सभी को आत्मनिर्भर बनाना ही मनरेगा का उद्देश्य है। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को न्यूनतम आय पर काम मिल जाए और उन्हें अपना घर-बार छोड़कर किसी अन्य स्थान पर ना जाना पड़े, इसलिए इस योजना को शुरू किया गया है।

    देश के प्रत्येक राज्य में मनरेगा के तहत ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को काम दिया जाता है, उन राज्यों में से कुछ राज्यों की जानकारी निम्नलिखित प्रकार है:-

    मनरेगा जॉब कार्ड | Mgnrega Job Card

    मनरेगा में निम्नलिखित कार्य किए जाते हैं और इन्हीं कार्यों के लिए ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को काम दिया जाता है:-

    • गौशाला निर्माण कार्य
    • वृक्षारोपण कार्य
    • आवास निर्माण कार्य
    • मार्ग निर्माण कार्य
    • चकबंध कार्य
    • सिंचाई कार्य आदि

    नरेगा जॉब कार्ड के लाभ | Nrega Job Card Benefits

    • ग्रामीण इलाकों में रहने वाले परिवारों के प्रत्येक सदस्य को रोजगार गारंटी उपलब्ध करवाई जाती है अर्थात उन्हें रोजगार मिलेगा, इसलिए उन्हें सुनिश्चित किया जाता है।
    • इस योजना के तहत ग्रामीण लोगों को जॉब कार्ड उपलब्ध करवाया जाता है, जिससे वह 100 दिन तक रोजगार के हकदार हो जाते हैं।जॉब कार्ड से उन्हें 100 दिन तक निरंतर काम मिलता है।
    • पूरे देश में मनरेगा को लागू किया गया है, इसलिए देश के जितने भी ग्रामीण इलाके हैं; वहां सब परिवारों को मनरेगा के तहत जॉब कार्ड उपलब्ध करवाए जाते हैं।
    • मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों को योजनाबद्ध तरीके से मजदूरी प्रदान की जाती है।
    • मनरेगा के तहत काम करने वाले लोगों को आमदनी में वृद्धि होती है।
    • मनरेगा के तहत काम करने के लिए एक तिहाई महिलाओं को शामिल किया गया है।
    • ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर मनरेगा के तहत महिलाएं काम कर रही हैं और अपने रोजी रोटी कमा रही हैं।
    • मनरेगा से जुड़ने से एक गारंटी मिल जाती है फिर 100 दिन तक उन्हें निरंतर काम मिलता रहेगा एवं आमदनी में भी वृद्धि होगी।
    • मनरेगा के अंतर्गत काम करने वाले लोगों को आत्मनिर्भर बनाने की हर संभव कोशिश की जाती है।

    नरेगा जॉब कार्ड | Nrega Job Card

    • मनरेगा जॉब कार्ड एक ऐसा जॉब कार्ड होता है, जिस पर लाभार्थी का नाम उसका पता एवं किस विभाग की सारी जानकारी प्रस्तुत की होती है।
    • जिस व्यक्ति के पास में मनरेगा जॉब कार्ड होता है, उसको पहल के आधार पर काम मिलता है।
    • प्रत्येक जॉब कार्ड धारक व्यक्ति को हर साल जॉब कार्ड रिन्यू करवाना होता है, यानी हर बार नए तरीके सेमनरेगा जॉब कार्ड जारी किया जाता है। हर बार रिन्यू करवाने का कारण यह है कि प्रत्येक वर्ष लाभार्थियों की गिनती बढ़ती घटती रहती है, उसी प्रकार हर साल मनरेगा जॉब कार्ड को अपडेट किया जाता है। मनरेगा जॉब लिस्ट को अपडेट किया जाता है, इसलिए जॉब कार्ड को अपडेट करवाना भी आवश्यक होता है।
    • मनरेगा जॉब कार्ड का एक बड़ा फायदा यह भी है कि मनरेगा रोजगार लिस्ट देखने के लिए व्यक्ति को कहीं भी जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती, इंटरनेट के माध्यम से ही मनरेगा जॉब कार्ड के ऊपर अंकित आईडी नंबर का इस्तेमाल करके मनरेगा जॉब लिस्ट देख सकते हैं।
    • इसके अतिरिक्त जॉब लिस्ट को डाउनलोड भी किया जा सकता है और उस लिस्ट के हिसाब से काम भी प्राप्त किया जा सकता है।

    मनरेगा के तहत आवदेन के लिए तय किये गए नियम | Mgnrega Job Card Online Application

    • भारत का स्थायी नागरिक ही मनरेगा के तहत आवेदन करसकता है।
    • मनरेगा के तहत आवदेन करने के लिए कम से कम उम्र 18 साल तय की गयी है।
    • मनरेगा के तहत लाभार्थी को जॉब कार्ड उपलब्ध होता है, जॉब कार्ड को हर साल रिन्यू करवाना आवश्यक है।
    • मनरेगा के तहत ग्रामीण इलाकों में रहने वाले परिवार आवेदन करसकते हैं।

    आवश्यक दस्तावेज़ | Required Documents

    • राशन कार्ड
    • आधार कार्ड
    • पासपोर्ट साइज फोटो
    • मोबाइल नंबर
    • निवास प्रमाण पत्र
    • आयु प्रमाण पत्र
    • आय प्रमाण पत्र

    मनरेगा जॉब कार्ड आवदेन प्रक्रिया | Mgnrega Job Card Registration Process

    ग्राम पंचायतों से संपर्क करके लाभार्थी मनरेगा के तहत काम करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। ग्राम पंचायत उनका नाम दर्ज कर लेंगे और सूची बनाकर मनरेगा विभाग के पास भेज देती है। फिर विभाग लाभार्थियों के नाम की सूची तैयार करके लाभार्थियों को मनरेगा जॉब कार्ड उपलब्ध करवा दिया जाता है।

    मनरेगा जॉब कार्ड लिस्ट देखना | Mgnrega Job Card List

    JOB CARD NREGA
    JOB CARD NREGA

    जिन श्रमिकों ने जॉब कार्ड के लिए अप्लाई किया है, जॉब कार्ड लिस्ट देखने के लिए उन्हें ऑनलाइन ही जॉब कार्ड लिस्ट देखने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। प्रत्येक राज्य में जॉब कार्ड लिस्ट देखने के लिए लाभार्थियों को निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करने होंगे:-

    • आवेदक को मनरेगा विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई गई आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
    • इसके पश्चात दाहीने तरफ दिए जॉब कार्ड के विक्लप पर जाना होगा।
    • जॉब कार्ड के विक्लप पर क्लिक करते ही अन्य पेज खुलेगा, जिस पर सभी राज्यों एंव केंद्र शासित प्रदेशों के नाम दिए गए होंगे। आवेदक को अपने राज्य का चयन करना होगा।
    • राज्य का चयन करने के पश्चात एक और पेज खुलेगा।
    • पेज पर मांगी गई जानकारी भरने के पश्चात जिस भी वर्ष की जॉब कार्ड लिस्ट देखनी है, उसका चयन करना होगा।
    • वर्षका चयन करने के बाद डिस्ट्रिक्ट तथा ब्लॉक का चयन करना होगा।
    • इसके बाद पंचायत का चुनाव करने के बाद Proceed पर क्लिक करना होगा।
    • सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्क्रीन पर जॉब कार्ड नंबर के साथ नाम की लिस्ट आ जाएगी।
    • आवदेक अपने नाम के सामने दिए जॉब कार्ड नंबर पर क्लिक करके सारी जानकारी देख सकते हैं अथवा जानकारी वाले पेज को डाउनलोड कर सकते हैं।

    मनरेगा की योजना पूरे भारत में लागू की गई है, जितने भी राज्य हैं वहां पर मौजूद श्रमिक अपने गांव की ग्राम पंचायत से संपर्क करके मनरेगा के तहत अपना नाम जोड़ सकते हैं और मनरेगा के तहत काम करके अपनी फैमिली का गुजारा कर सकते हैं।

    मनरेगा स्कीम निरंतर श्रमिकों को काम उपलब्ध करवाने की गारंटी होती है। जो भी मजदूर इस योजना के तहत काम प्राप्त करते हैं, उन्हें बकाया राशि के लिए विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़ते, क्यूंकि वह डायरेक्ट वेबसाइट पर जाकर चेक कर  सकते हैं की सरकार ने उनकी मजदूरी का भुगतान कब किया है, जैसे ही ऑनलाइन नोटिफिकेशन आ जाता है, उसी समय श्रमिकों को भुगतान कर दिया जाता है।

    मनरेगा जॉब कार्ड छत्तीसगढ़ | Mgnrega Job Card Chhattisgarh

    छत्तीसगढ़ में 2020-21 के शुरुआती 2 महीनों में ग्रामीण परिवारों को 100 दिनों तक रोजगार उपलब्ध करवाने में छत्तीसगढ़ राज्य दूसरे स्थान पर स्थित है। मनरेगा के तहत छत्तीसगढ़ में प्रति परिवार 23 दिनों का रोजगार प्रदान किया गया है अर्थात प्रत्येक परिवार 23 दिनों तक मनरेगा के तहत काम कर चुका है।

    छत्तीसगढ़ में इस साल 25,97,000 ग्रामीण श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ-साथ 1,114 करोड़ 27 लाख रुपए की मजदूरी भी श्रमिकों को प्रदान की गई है। 2020 में लॉकडाउन के बावजूद छत्तीसगढ़ में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाए रखा गया है, जिस वजह से ग्रामीण इलाकों के कमजोर वर्गों को निरंतर काम प्रदान किया गया है।

    मनरेगा जॉब कार्ड बिहार

    बिहार में लॉकडाउन के दौरान 2,77,000 श्रमिकों को मनरेगा रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। इन मजदूरों में से कई मजदूर ऐसे हैं, जो पहले किसी दूसरे राज्य में काम कर रहे थे परंतु लॉकडाउन की वजह से उन्हें वापस आना पड़ा था। उन सब को काम देने का कार्य मनरेगा के तहत किया गया था। मनरेगा के तहत सबको जॉब कार्ड उपलब्ध करवाए गए और उन्हीं जॉब कार्ड के माध्यम से उन्हें काम भी प्रदान किया गया। काम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मजदूरों का पूरा ख्याल रखा गया। पंचायत स्तर पर अस्थाई आधार केंद्र खोलकर मजदूरों को जॉब कार्ड उपलब्ध करवाए गए।

    मनरेगा जॉब कार्ड हरियाणा

    हरियाणा में मनरेगा के तहत जितने भी मजदूर काम कर रहे हैं, उनको केंद्र सरकार द्वारा रिलीज किए गए मनरेगा फंड से मजदूरी दी गई एवं नए मनरेगा जॉब कार्ड भी तैयार किए गए हैं। हरियाणा में इस साल उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जी के नेतृत्व में मनरेगा कार्यों को प्रोत्साहित किया गया तथा पिछले साल के मुकाबले मनरेगा मजदूरी को बढ़ाने का प्रावधान रखा गया। ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री जी ने औद्योगिक क्षेत्रों में ज्यादातर गतिविधियों को अनुमति दे दी है।

    मनरेगा जॉब कार्ड झारखंड

    झारखंड में मनरेगा श्रमिकों को बड़ी राहत देते हुए राज्य सरकार ने 160 करोड रुपए जारी किए हैं ताकि सभी श्रमिकों को उनकी मंजूरी दी जा सके अथवा बकाया राशि दी जा सके। इसके अलावा मनरेगा मजदूरों की मजदूरी ₹171 से बढ़ा कर ₹194 कर दी गई है। ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देशों पर झारखंड में प्रत्येक मजदूर को मजदूरी दी गई है एवं उनकी आर्थिक तौर पर सहायता की गई है।

    मनरेगा जॉब कार्ड मध्य प्रदेश 

    मध्य प्रदेश में ग्रामीण इलाकों में रहने वाले मनरेगा मजदूरों को अभी मनरेगा फंड रिलीज नहीं किया गया परंतु जरूर ही इसका प्रावधान रखा गया है। वहां पर भी लॉक डाउन की वजह से जो भी श्रमिक प्रभावित हुए हैं, उन सब को मनरेगा के तहत आर्थिक तौर पर सहायता देने के लिए केंद्र सरकार से गुहार लगाई गई है। जो बकाया राशि मजदूरों की बाकी है, उसका अवलोकन करने के पश्चात बकाया राशि भी मजदूरों तक पहुंचाई जाएगी।

    मनरेगा जॉब कार्ड महाराष्ट्र

    महाराष्ट्र नरेगा श्रमिकों को के लिए 2020-21 के तहत मनरेगा लिस्ट बनाई गई है और उसी लिस्ट के हिसाब से उन्हें काम भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। महाराष्ट्र में सभी मनरेगा के तहत मजदूरों को 100 दिन काम गारंटी के तहत काम प्रदान किया जा रहा है एवं उनकी आर्थिक तौर पर सहायता करने के लिए मनरेगा मजदूरी में वृद्धि की गई है।

    मनरेगा जॉब कार्ड पंजाब

    पंजाब में जितने भी मनरेगा के तहत जुड़े हुए हैं, उन श्रमिकों को केंद्र सरकार द्वारा रिलीज किए गए फंड से बकाया राशि प्रदान की जा रही है। वहां पर मनरेगा के तहत टेक्निकल पंजाब में मनरेगा के तहत टेक्निकल वैकेंसी निकाली गई है ताकि जो पढ़े-लिखे युवक है, वह भी मनरेगा के तहत टेक्निकल पोस्ट पर अप्लाई कर सके और मनरेगा के अंतर्गत काम कर सके। इसके अतिरिक्त पंजाब में जो मजदूर मनरेगा से जुड़े हुए हैं, उन सब को भी याद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। लॉकडाउन के बावजूद उन लोगों को केंद्र सरकार की सहायता से बकाया राशि का भुगतान कर रही है।

    मनरेगा जॉब कार्ड राजस्थान

    मनरेगा के तहत राजस्थान में भी कई ग्रामीण इलाकों के श्रमिक जुड़े हुए हैं, ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग मनरेगा के तहत कार्य करते हैं और सरकार द्वारा जो भी मजदूरी / दिहाड़ी तय की गई है। उस हिसाब से उन्हें दिहाड़ी दी जाती है। मौजूदा स्थिति में राजस्थान में जॉब कार्ड बनाए जा रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को लाभ पहुंचाया जा सके।

    मनरेगा जॉब कार्ड उत्तर प्रदेश

    2020 में मनरेगा के तहत उत्तर प्रदेश में ग्रामीण श्रमिकों की मनरेगा दिहाड़ी 182 से बढ़ाकर ₹202 कर दी गई है क्योंकि 2020 में काम ना होने की वजह से मजदूरों की आर्थिक हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी, उन लोगों को काम दिलवाने के साथ-साथ उनकी श्रमिक आय में वृद्धि करके उत्तर प्रदेश सरकार ने आर्थिक तौर पर उनकी सहायता करने की कोशिश की है और इस पर अपने प्रयत्न में वे सफल भी रही है। राज्य में जितने भी ग्रामीण इलाके हैं, सभी इलाकों में 1 दिन की दिहाड़ी बढ़ा दी गई है।

    मनरेगा जॉब कार्ड उत्तराखंड

    उत्तराखंड में मनरेगा के तहत 5000 से ज्यादा जल स्रोतों के पुनर्जीवन पर काम किया जाएगा। पुनर्जीवित किए गए जल स्त्रोतों की कम से कम 2 साल तक निगरानी मनरेगा कर्मचारियों द्वारा ही की जाएगी। मनरेगा के तहत खाले, धारे, सब प्रकार के जल स्त्रोत पुनर्जीवित करके मनरेगा श्रमिकों को 100 दिन काम की गारंटी दी जाएगी और उनके श्रम के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। मनरेगा के नोडल अधिकारी मोहम्मद असलम जी के मुताबिक उत्तराखंड में मनरेगा कार्य में तेजी कर दी गई है।

    नरेगा जॉब कार्ड पश्चिम बंगाल

    महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार मनरेगा के अनुसार पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरे साल बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया गया है। मनरेगा श्रमिकों को नौकरी देने तथा केंद्र सरकार द्वारा रिलीज किए गए फंड को श्रमिकों तक पहुंचाने का कार्य पश्चिम बंगाल सरकार ने बहुत ही अच्छे तरीके से पूरा किया है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मनरेगा के तहत चलने वाले कार्य में बेहतर प्रदर्शन के लिए विभाग की बहुत ही प्रशंसा की है और घोषणा पत्र जारी कर के मनरेगा के तहत होने वाली सफलताओं का विवरण भी किया है।

    मनरेगा जॉब कार्ड हिमाचल प्रदेश

    हिमाचल प्रदेश में ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लाखों लोग मनरेगा के तहत काम कर रहे हैं। लॉक डाउन की वजह से जो भी परेशानी मनरेगा कर्मचारियों को हुई है, उसकी भरपाई करने के लिए हिमाचल सरकार ने मनरेगा कर्मचारियों की दिहाड़ी में इजाफा किया है। मजदूरों की दिहाड़ी ₹185 से बढ़ाकर ₹205 कर दी गई है। हिमाचल प्रदेश में 13 लाख से ज्यादा मजदूरों को जॉब कार्ड उपलब्ध करवा दिए गए।

    मनरेगा जॉब कार्ड ओडिशा

    ओडिशा में, 2020 में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार मनरेगा के तहत 36,10,797 सक्रिय कर्मचारी भर्ती किये गए हैं, जो 21 दिनों की तालाबंदी के कारण काम से वंचित रह गए थे। मनरेगा मजदूरों को ओडिशा सरकार द्वारा काम के साथ साथ हर प्रकार की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्णय लिया है। केंद्र सरकार ने बाकी राज्यों के साथ ओडिशा में भी श्रमिकों के बकाया भुगतान के लिए मनरेगा फण्ड रिलीज़ किया है।

    नरेगा जॉब कार्ड गुजरात | Mgnrega Job Card Gujarat

    गुजरात में ग्रामीण लोगों को मनरेगा के तहत काम उपलभ्द करवाया ही जा रहा है एवं मनरेगा मजदूरों को भुगतान के अलावा मनरेगा में टेक्निकल जॉब्स की असामियाँ भी निकाली गयी हैं। महात्मा गांधी नेशनल रूरल इंप्लॉयमेंट गारंटी एक्ट (MGNREGA) गुजरात में ग्राम रोजगार सेवक, टेक्निकल असिस्टेंट समेत कई अन्य पदों के लिए वैकेंसी निकाली हैं और आवदेन के लिए 21 सितम्बर तक का समय दिया गया है।

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