मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति 2021 | Mission Raksha Gyan Shakti 2021
रक्षा उद्योगों में नए-नए आविष्कार एवं नए उत्पादों के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार द्वारा मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति नामक योजना की शुरुआत की है। इस योजना की घोषणा भारत के रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण जी द्वारा 27 नवंबर, 2018 को की गई, उन्होंने मिशन मोड प्रोग्राम के तहत इस योजना का शुभारंभ किया।
रक्षा ज्ञान शक्ति योजना के तहत बौद्धिक संपदा के प्रति चेतना फैलाने अथवा रक्षा केंद्र द्वारा नए-नए उत्पादों का विकास करने के लिए प्रेरित करने हेतु ही इस योजना का आगमन किया गया है। निर्मला सीतारमण जी ने इस योजना की घोषणा करते वक्त कहा कि भले ही भारत प्राचीन काल से ज्ञान का केंद्र रहा है, लेकिन बौद्धिक संपदा के प्रति लोगों में ज्यादा जागरूकता नहीं है। इस जागरूकता को फैलाने के लिए तथा सृजनात्मक माहौल बनाने के लिए मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति नामक योजना की बहुत आवश्यकता है।
मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति 2021 का उद्देश्य | Mission Raksha Gyan Shakti 2021: Objectives
देश में बहुत समय से पुरातन रक्षा उत्पादों का ही इस्तेमाल किया जा रहा है, परंतु वर्तमान में पुरातन उत्पादों की जगह में तकनीकी उत्पादों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने तथा नए-नए आविष्कारों के लिए रक्षा केंद्रों को प्रेरित करना ही इस योजना का उद्देश्य है। वैज्ञानिक तरीके इस्तेमाल करके नए-नए रक्षा उत्पाद का सृजन किया जाए इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति योजना का आवाहन किया गया है।
मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति का संचालन
मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति का संचालन गुणवत्ता आश्वासन महाविद्यालय DGQA द्वारा किया जा रहा है।
मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति 2021 की विशेषताएं | Mission Raksha Gyan Shakti 2021: Features
- विश्व व्यापार संगठन डब्ल्यूटीओ के अनुसार व्यक्तियों को उनकी दिमाग की रचनाओं और वैज्ञानिक सूचनाओं के लिए अधिकार दिए जाते हैं, इस योजना के तहत रक्षा उद्योगों को इन्हीं अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए नए-नए अविष्कार करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- एक निश्चित अवधि के लिए सृजन के उपयोग तथा विशेष अधिकार देते हुए, निर्माताओं को तकनीकी उत्पाद बनाने के लिए उत्साहित किया जाएगा।
- रक्षा में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति को स्थापित किया गया है।
- इस योजना के तहत विदेशी रक्षा उत्पादों की बजाय स्वदेशी रक्षा उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा।
- भारतीय रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र में आईपी संस्कृति को विकसित किया जाएगा।
- इस योजना के तहत नई तकनीक को समझने के लिए तथा रक्षा उत्पादों के विनिर्माण के लिए विशेष प्रकार का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- वैश्विक स्तर पर किस प्रकार के बौद्धिक संपदा उत्पादों का इस्तेमाल किया जा रहा है, इसके बारे में भी सारी जानकारी प्रशिक्षकों द्वारा दी जाएगी।
कुछ समय से विश्व के अलग-अलग हिस्सों में बौद्धिक संपदा एवं तकनीकी रक्षा उत्पादन का बहुत इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारत देश में भी निर्माण के क्षेत्र में बढ़ावा करने तथा देश की बौद्धिक संपदा को विकासशील करने के लिए मिशन रक्षा ज्ञान शक्ति की शुरुआत की गई और इस योजना में भारतीय रक्षा मंत्रालय द्वारा बहुत सारे प्रयास किए जा रहे हैं ताकि देश में विदेशी रक्षा उत्पादों की जगह स्वदेशी रक्षा उत्पादों के इस्तेमाल में बढ़ोतरी हो पाए, विश्व स्तर पर भारत देश रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो पाए; इसलिए इस योजना की रूपरेखा तैयार की गई है जिस पर अभी काम भी चल रहा है।
देश में रक्षा उत्पादों में भी नई सिरजना करने, देश में स्वदेशी रक्षा उत्पादों में बढ़ोतरी करने के लिए इस योजना को शुरु किया गया है। जिसमें देश की कई एजेंसियां काम कर रही हैं, और कई प्रकार के नए उत्पाद एवं आविष्कार कर चुकी हैं और इसमें आगे भी निरंतर काम चलता रहेगा; इस बात को सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा समय समय पर आवश्यक कदम उठए जाते हैं।
सरकारी योजना List 2021 | प्रधानमंत्री सरकारी योजना 2021 |