Madhya Pradesh Sanjeevani clinic 2022 मध्यप्रदेश संजीवनी क्लीनिक 2022 उद्देश्य

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Madhya Pradesh Sanjeevani clinic 2021
Madhya Pradesh Sanjeevani clinic 2021

स्वास्थ्य एक ऐसा विषय है जो अमीर4द गफ1-गरीब, ऊँच-नीच, हर सम्प्रदाय के लिए आवश्यक है। स्वास्थ्य की स्थिति हर वर्ग को प्रभावित करता है। जिस देश का स्वास्थ्य सुविधा जितना बेहतर होगा, वो देश उतना ही समृद्ध होगा। तेजी से बढ़ती आबादी के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था भी उसी मात्रा में ज्यादा और बेहतर चाहिए। शहरो में तो बड़े-बड़े सुविधाजनक हॉस्पिटल और क्लिक की तेजी से बढ़ा है। लेकिन ये अस्पताल और क्लीनक बहुत ही महंगे हैं, जिन्हें गरीब आम आदमी उसके खर्चे का वहन करने में असमर्थ होते हैं। दूर-दराज गांवों और क्षेत्रों में रहने वाले गरीब लोग शहरो में स्थित अस्पतालों में नहीं पहुंच सकते। अतः इन्ही सब समस्याओं को देखते हुए मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने 7 दिसम्बर 2019 को दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक के आधार पर “ संजीवनी क्लीनिक” का घोषणा की। इसके तहत इंदौर के निपानिया क्षेत्र में राज्य का पहला संजीवनी क्लीनिक का उद्घाटन किया। शुरुआत में ये क्लिक स्वास्थ्य सेवाओं के आधार पर कस्बाई और शहरो में झुग्गी क्षेत्रो में खोले जा रहे हैं।

इस मौके पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया कि “स्वास्थ्य ऐसा विषय है जो समाज के हर तबके के हर आयु वर्ग को प्रभावित करता है। हम शहरी क्षेत्रों के साथ आदिवासियों के बसाबट वाले दूरस्थ क्षेत्रो में भी स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाएंगे।

योजना का नाम संजीवनी क्लीनिक
घोषणा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा
घोषणा की तिथि 7 दिसम्बर 2019
उद्देश्य शहरी बस्ती एवं दूरदराज स्थित कबीलों में मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा पहुँचाना
क्लीनिक का संचालन राष्ट्रिय स्वास्थ्य मिशन द्वारा
तकनीकी पार्टनर विश फाउंडेशन

 

मध्यप्रदेश संजीवनी क्लीनिक 2022 का उद्देश्य (Madhya Pradesh Sanjeevani clinic 2022: Objectives)

संजीवनी क्लीनिक का मुख्य उद्देश्य राज्य के गरीब और दूर-दराज में रहनेवाले लोगों को उनके पास ही सुविधापूर्ण मुफ्त चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराना। ताकि गरीब लोगो को स्वास्थ्य सेवा के लिए दूर जाकर भटकना ना पड़े तथा उन्हें पैसे के आभाव में स्वास्थ्य सेवा से वंचित न रहना पड़े।

मध्यप्रदेश संजीवनी क्लीनिक 2022 की मुख्य तथ्य (Madhya Pradesh Sanjeevani clinic 2022: Guidelines)

  • संजीवनी क्लीनिक राज्य के दूरस्थ कस्बाई क्षेत्रों के अलावा शहरों में स्थित झुग्गी झोपडी क्षेत्रों के पास खोले जाएंगे।
  • इसके तहत 7 दिसम्बर 2019 को इंदौर के निपानिया क्षेत्र में पहला संजीवनी क्लीनिक खोला गया।
  • इसके तहत राज्य के कस्बो और शहरो में कुल 208 स्थानों पर संजीवनी क्लीनिक खोले जाएंगे।
  • मार्च 2020 तक राज्य में कुल 88 क्लीनिक शुरू हो जायेंगे।
  • ये स्वास्थ्य केंद्र सरकारी कार्यदिवसों पर सुबह 10 बजे से शाम्ब6 बजे तक खुले रहेंगे।
  • संजीवनी क्लीनक में सामान्य ओपीडी परामर्श, गर्भवती महिलाओं की जाँच और टीकाकरण, संचारी रोगों के उपचार की सेवाएं मिलेगी। इसके तहत कैंसर, उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी गम्भीर रोगों की जाँच की भी व्यवस्था रहेगी।
  • संजीवनी क्लीनिक में 68 प्रकार की जाँच मुफ्त की जायेगी तथा 120 तरह की दवाइयाँ भी मुफ्त मिलेगी।
  • यहाँ पर डॉक्टरों को वेतन नहीं दिया जायेगा। उन्हें 25000₹ तथा प्रति मरीज 40₹ प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। यहाँ पर मेडिकल अफसरों की भर्ती की न्यूनतम योग्यता एमबीबीएस होगी।
  • क्लीनिक पर तकनीकी सहयोग विश फाउंडेशन द्वारा किया जायेगा। मरीजो का रजिस्ट्रेशन टेबलेट के माध्यम से कंप्यूटराइज किया जायेगा।
  • संजीवनी क्लिनिक का संचालन राष्ट्रिय स्वास्थ्य मिशन (NHM) करेगा।

मध्यप्रदेश संजीवनी क्लीनिक 2022 कस्बे एवं शहरों के झुग्गी बस्तियों में खोलने के कारण (Madhya Pradesh Sanjeevani clinic 2022: Reason for Opening)

तीन साल पहले राष्ट्रिय स्वास्थ्य मिशन द्वारा बेसलाइन सर्वे में टीकाकरण, फैमिली प्लानिंग, शिशु एवं मातृत्व मृत्यु दर का अलग-अलग पाया गया। इससे यह देखने को मिला कि स्वास्थ्य के मामले में शहरी गन्दी स्लम बस्तियों की स्थिति और ज्यादा ख़राब है। साफ पानी में एवं गंदगी के चलते डायरिया, डेंगू के मच्छर पनपते हैं और कई प्रकार की बीमारीयों को जन्म देती है। यही सब कारणों सब कारणों से राज्य सरकार ने संजीवनी क्लीनिक को कस्बे एवं शहरो के झुग्गी बस्तियों के पास खोलने का निर्णय लिया। राष्ट्रिय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत शहरों में शहरी स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक सेवा केंद्र बनाये गए। लेकिन ये केंद्र शहर के बस्तियों के बीच नहीं है।

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