
झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के द्वारा शहरी क्षेत्रों में रहने वाले गरीबों की भलाई के लिए रोजगार योजना की शुरुआत की गई। इस योजना के तहत शहर में रहने वाले गरीब लोगों को बेरोजगार प्रदान करने की योजना बना रहे हैं। मुख्य रूप से इस योजना के तहत लॉकडाउन में राज्य में वापस आए प्रवासी मजदूरों को काम प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में अपनाई जाने वाली सभी नीतियां अपनाई जाएंगे जिसके तहत प्रत्येक कुशल अथवा अकुशल श्रमिक को 100 दिन की नौकरी की गारंटी दी जाएगी। तो चलिए जान लेते हैं झारखंड में रहने वाले निवासी इस योजना के तहत किस प्रकार अपना आवेदन भर सकते हैं और इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
झारखंड मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना 2022 का उद्देश्य (Jharkhand Mukhyamantri Shramik Yojana 2022: Objective)
भारत देश में दिन-प्रतिदिन कोरोनावायरस के संक्रमण को बढ़ते हुए देख लॉकडाउन की स्थिति लगातार बढ़ती चली गई। जिसकी वजह से बहुत सारे प्रवासी मजदूर दूसरे राज्य में फस गए थे लेकिन जब वे अपने राज्य में वापस लौटे तो ना तो उनके पास कोई रोजगार था और ना ही उनके पास अपनी आजीविका को चलाने के संपूर्ण साधन। उनकी परेशानियों को हल करने के लिए झारखंड सरकार द्वारा मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना प्रारंभ करने का फैसला लिया गया। जिन लोगों के पास कोई भी रोजगार नहीं है और शहरी क्षेत्र में वह दूसरे राज्यों से वापस लौट कर आए हैं उन्हें सरकार द्वारा रोजगार उपलब्ध कराने के लिए इस योजना का प्रारंभ किया गया।
कार्यस्थल पर मिलने वाली सुविधाएं Advantage in workplace
इस योजना के तहत सरकार विभिन्न विभागों में श्रमिकों को रोजगार दिलाने का कार्य करेंगे। जिस स्थान पर श्रमिक काम करेंगे उन्हें वहां पर कुछ आधारभूत सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी जैसे कार्यस्थल पर शुद्ध पेयजल की सुविधा, प्राथमिक चिकित्सा फर्स्ट ऐड बॉक्स आदि की व्यवस्था। यदि श्रमिकों में कोई महिला श्रमिक है तो उनके बच्चों की देखरेख की व्यवस्था भी उनके कार्यस्थल के आसपास की जाएगी ताकि वह निश्चिंत होकर काम पर ध्यान दे सकें।
मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना 2022 की पात्रता (Jharkhand Mukhyamantri Shramik Yojana 2022: Eligibility)
- इस योजना में आवेदन करने के लिए आवेदक को झारखंड का स्थाई निवासी होना चाहिए। आवेदक 1 अप्रैल 2015 से लगातार उसी शहर का निवासी होना चाहिए।
- झारखंड मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना के नियमों के अनुसार आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी अनिवार्य है।
- यदि कोई आवेदक शहरों में रहता है तो उसके पास किसी भी ग्रामीण क्षेत्र का मनरेगा कार्ड नहीं होना चाहिए।
- यदि कोई आवेदक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी है या फिर सरकारी आश्रम में रहता है तो ऐसे लोगों को इस योजना का पात्र नहीं बनाया जाएगा।
झारखंड मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना 2022 में आवेदन कैसे करें? (Jharkhand Mukhyamantri Shramik Yojana 2022: Online Registration)
झारखंड के शहरी क्षेत्रों में जो प्रवासी मजदूर वापस लौटे थे वे इस योजना के अंतर्गत आवेदन भरना चाहते हैं तो उन्हें थोड़ा इंतजार करना होगा। क्योंकि इस योजना की घोषणा तो झारखंड मुख्यमंत्री द्वारा कर दी गई है परंतु इस योजना से जुड़ी कोई भी आवेदन प्रक्रिया अभी तक लागू नहीं की गई है। झारखंड के मुख्यमंत्री और सरकार की तरफ से यही आदेश प्राप्त हुआ है कि वे जल्द ही इस योजना से जुड़े वेबसाइट पोर्टल प्रारंभ कर देंगे जिसके बाद प्रवासी मजदूरों को इस योजना के तहत रोजगार की प्राप्ति हो सकेगी।
झारखंड मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना 2022 के लाभ (Jharkhand Mukhyamantri Shramik Yojana 2022: Benefits)
- इस योजना में आवेदन भरने के बाद दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों को अपने ही राज्यों में काम मिल सकेगा जिसके चलते उन्हें दोबारा दूसरे राज्यों में जाना नहीं पड़ेगा।
- इस योजना में मनरेगा के तहत प्रत्येक श्रमिक को साल में 100 दिन रोजगार की गारंटी दी जाएगी जिससे भी अपनी आजीविका को आराम से चला पाएंगे।
- यदि किसी श्रमिक को इस योजना के तहत रोजगार प्राप्त नहीं हो पाया तो सरकार द्वारा उन आवेदकों को बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जाएगा।
- झारखंड मुख्यमंत्री श्रमिक रोजगार योजना के अंतर्गत सभी प्रवासी मजदूरों को एक जॉब कार्ड भी प्रदान किया जाएगा जिसके जरिए भी आसानी से जॉब प्राप्त कर पाएंगे।
- इस योजना में आवेदन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही प्रक्रिया सरकार द्वारा जारी की जाएगी।
झारखंड सरकार द्वारा चलाई गई इस योजना से बहुत सारे प्रवासी मजदूरों को रोजगार प्राप्त हो पाएगा और वह अपने परिवार का भरण पोषण करने में सक्षम हो पाएंगे।