किसान दुर्घटना बीमा योजना के अंतर्गत अगर किसान को खेत में काम करते वक्त अगर कोई दुर्घटना हो जाता है और उसमें उसकी मौत हो जाती है, तो उनके परिजनों को 5 लाख ₹ मुआवजा दिया जायेगा। इसके अलावे अगर दुर्घटना में किसान 60% से अधिक दिव्यांग हो जाता है तो उसके परिवार को 2.5 लाख ₹ मिलेंगे। इस योजना का लाभ अब बटाईदारों और पट्टे पर खेतो को लेकर काम करनेवाले को भी मिलेगा। उत्तरप्रदेश सरकार ने इस योजना का नाम मुख्यमंत्री किसान दुर्घटना कल्याण योजना कर दिया है।इस योजना के अंतर्गत 18 से 70 वर्ष तक के किसान और उसके परिवार को इसका लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत बिमा धारकों की मृत्यु साँप काटने, या अन्य जीव् जन्तु के काटने, आग लगने, बाढ़, बिजली गिरने, नदी, तालाब, पोखर या कुएं में गिरने आदि में डूबने, दुर्घटना, डकैती, मकान गिरने अथवा किसी प्रकार के अप्राकृतिक दुर्घटना होने पर बीमा मान्य होगा। बीमा का लाभ लेने के लिए दुर्घटना होने के 45 दिनों के भीतर आवेदन करना होगा।
गुजरात किसान दुर्घटना बीमा योजना 2022 की मुख्य बातें (Gujarat Kisan Durghatna Bima Yojana 2022: Guidelines)
- योजना का लाभ अब बंटाईदार को भी मिलेगा। इससे इस योजना का दायरा बढ़ेगा।
- इस योजना के तहत बिमा की अधिकतम राशि 5 लाख ₹ है।
- अंधी-तूफान या भू-स्खलन में मरने वाले किसानों के वयस्क (18-70 वर्ष ) आश्रितों को भी इसका लाभ मिलेगा। प्रायः देखा गया है कि किसान की मृत्यु के बाद उनके परिवार वाले खेत का स्थानांतरण अपने नाम पर नहीं कराते। इस स्थिति में किसान के परिजन (पत्नी, बेटा, बेटी ) वही इससे लाभान्वित होंगे
- अगर किसान की पत्नी मर चुकी है और बेटा भी नहीं है, तो उसकी बेटी को (चाहे उसकी शादी हो चुकी हो तब भी) उसे बिमा की राशि मिलेगी।
- सरकार बीमा की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधा किसानों के बैंक खाते में भेजती है।
- दुर्घटना होने के 45 दिनों के अंदर किसानों के परिजनों को दावा पेश करना होगा तभी इस योजना का लाभ उन्हें मिलेगा। अगर किसी कारणवश 45 दिन से ज्यादा हो जाता है तो जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद 30 दिन के भीतर दावा करने पर इसका लाभ मिलेगा। लेकिन 75 दिनों के बाद बीमा का कोई लाभ नहीं मिलेगा।
- दावे के एक महीने के अंदर किसान को बीमा राशि उसके बैंक खाते में ट्रांसफर हो जायेगा।
- इस योजना के लिए वही किसान पात्र हैं जिनकी आयु 18 से 70 वर्ष हो।
- बिमा धारक को मृत्यु यदि आत्महत्या या आपराधिक कार्य करते हुए होता है, तो उन्हें बीमा की राशि नहीं मिलेगी।
गुजरात किसान दुर्घटना बीमा योजना 2022 का उद्देश्य (Gujarat Kisan Durghatna Bima Yojana 2022: Objectives)
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों एवं उनके परिवारों की दुर्घटना की स्थिति में आर्थिक सहायता पहुँचाना है। ताकि हादसा के बाद उन्हें किसी के मोहताज न रहना पड़े। वे एक सम्मानपूर्ण जीवन जी सकें। अक्सर देखा जाता है कि किसान अगर किसी दुर्घटना में मर जाते हैं अथवा विकलांग हो जाते हैं तो ऐसी स्थिति में किसान का परिवार की माली स्थिति चरमरा जाती है। एक तरह से वे रोड पर आ जाते हैं। लेकिन ये बीमा योजना द्वारा उन जैसे किसानो को हादसा के बाद भी अपना जीवन-यापन सम्मानजनक तरीके से कर सकते हैं।
गुजरात किसान दुर्घटना बीमा योजना 2022 के दावा के लिए महत्वपूर्ण आवश्यक दस्तावेज (Gujarat Kisan Durghatna Bima Yojana 2022: Required Documents)
- खतौनी का नक़ल
- मृत्यु की दशा में खतौनी में दर्ज विरासत का नकल
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट
- दिव्यांग होने की दशा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक का प्रमाणपत्र
- किसान या उसके वारिस का खाता नम्बर
- आधार कार्ड
- फोटो
गुजरात किसान दुर्घटना बीमा योजना 2022 आवेदन कहाँ करें (Gujarat Kisan Durghatna Bima Yojana 2022: Registration Process)
किसान दुर्घटना बीमा योजना का लाभ लेने के लिए किसान या उसके परिजन को उपरोक्त वर्णित दस्तावेजो को दावा पत्र के साथ संलग्न कर अपने एसडीओ कार्यालय या जिलाधिकारी कार्यालय में हादसा होने के 45 दिनों के अंदर जमा कराना होगा। जल्द ही सरकार इसके लिए ऑनलाइन पोर्टल विकसित कर रही है। तत्काल आप इन्ही प्रक्रियाओं को अपनाकर किसान दुर्घटना बीमा का लाभ उठा सकते हैं।
Mere pitaji khtme kam karte karte det hogye he to usko vima milega ke nay mere pas p m ripot he9377548072