सन 2020 में कोविड-19 के मद्देनजर पूरे भारत में लॉकडाउन किया गया। इस लॉकडाउन का असर लगभग सारे कारोबारों पर पड़ा क्योंकि पूर्ण तौर पर लॉकडाउन होने से सारे काम धंधे बंद कर दिए गए। इस लॉकडाउन का सबसे ज़्यादा असर उन लोगों पर पड़ा, जो लोग दिहाड़ी मज़दूरी करते थे। दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन की वजह से दिहाड़ी, मज़दूरी करने वाले श्रमिकों की सहायता करने के लिए दिल्ली मज़दूर / श्रमिक भत्ता योजना की शुरुआत की।
इस योजना के तहत दिल्ली में रहने वाले मजदूर जो रोज़ दिहाड़ी करके अपना और अपने परिवार का गुजारा करते थे। उन श्रमिकों को लॉकडाउन के वक्त आर्थिक तौर पर सहारा देने के लिए राज्य सरकार उन लोगों को वित्तीय भत्ता प्रदान करेगी ताकि वह लोग अपना गुजारा कर पाएं और लॉकडाउन की वजह से उनका जीवन अस्त-व्यस्त ना हो, उन्हें किसी पर भी निर्भर ना होना पड़े; इसीलिए इस योजना को दिल्ली में लागू किया गया।
दिल्ली मज़दूर/श्रमिक भत्ता योजना की घोषणा (Delhi Majdur/Construction Worker Sahayata Yojana 2023: Declaration)
दिल्ली मज़दूर / श्रमिक भत्ता योजना की घोषणा केजरीवाल सरकार के श्रमिक मंत्री श्री गोपाल राय जी द्वारा 20 मई, 2020 को की गई। उन्होंने घोषणा करते वक्त यह कहा कि राज्य में जितने भी दिहाड़ीदार लोग हैं, उन सबको आर्थिक तौर पर सहायता प्रदान की जाएगी ताकि लॉकडाउन के समय उन्हें किसी प्रकार की समस्या पेश ना आए।
दिल्ली मज़दूर/श्रमिक भत्ता योजना का उद्देश्य (Delhi Majdur/Construction Worker Sahayata Yojana: Objectives)
सभी मजदूर अपना तथा अपने परिवार का गुजारा कर पाएं और उन्हें अपनी रोज़ी रोटी के लिए किसी पर निर्भर ना होना पड़े। इसी को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन के समय उन लोगों को सहायता राशि प्रदान की जाए। यही इस योजना का उद्देश्य है।
दिल्ली मज़दूर/श्रमिक भत्ता योजना के लाभ (Delhi Majdur/Construction Worker Sahayata Yojana : Benefits)
भत्ता राशि
इस योजना के तहत अपना नाम पंजीकृत करवाने वाले सभी मज़दूरों को राज्य सरकार द्वारा ₹5000 की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। हर एक दिहाड़ी-मज़दूरी करने वाले परिवार को इस योजना का लाभ देने की कोशिश की जाएगी।
आर्थिक मदद
मजदूरों की आर्थिक सहायता हो जाएगी और उन्हें अपने रोज़मर्रा की आवश्यकताओं के लिए किसी से उधार नहीं मांगना पड़ेगा। अपने परिवार का पालन पोषण वह बिना किसी रूकावट के कर पाएंगे।
वित्तीय राशि डायरेक्ट बैंक में
राज्य सरकार द्वारा श्रमिकों को जो भी वित्तीय राशि प्रदान की जाएगी, वह सीधे उनके बैंक खाते में ही जमा करवाई जाएगी। श्रमिकों को बैंकों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे ना ही बैंक के अधिकारियों से बार-बार जाकर वित्तीय सहायता के लिए आग्रह करना पड़ेगा।
मज़दूरों की हौसला अफजाई
सहायता राशि मिलने से मज़दूरों की हौसला अफजाई होगी। मज़दूरों को इस बात का हौसला रहेगा कि लॉकडाउन की परिस्थिति में सरकार मजदूरों के बारे में भी सोच रही है और उनकी सहायता के लिए तत्पर है।
लॉकडाउन में मज़दूरों की दशा
लॉकडाउन के वक्त मिलने वाली सहायता राशि से मज़दूरों अथवा श्रमिकों की दशा में सुधार होगा। उन्हें इस बात का डर नहीं सताएगा की काम ना होने की वजह से उन्हें घर चलाना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि घर चलाने के लिए उन लोगों की सहायता राज्य सरकार खुद कर रही है।
दिल्ली मज़दूर/श्रमिक भत्ता योजना के लिए बनाए गए नियम (Delhi Majdur/Construction Worker Sahayata Yojana : Guidelines)
सिर्फ दिल्ली निवासी
इस योजना का लाभ केवल दिल्ली में रहने वाले लोगों को ही मिलेगा, अन्य राज्य के लोग इस योजना के तहत सहायता राशि प्राप्त नहीं कर सकते।
इस योजना के तहत आवेदन केवल मज़दूर, श्रमिक ही कर सकते हैं, अन्य व्यवसाय करने वाले लोग इस योजना के तहत कोई आवेदन नहीं कर सकते और ना ही लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
परिवार का केवल 1 सदस्य
श्रमिकों के सारे परिवार में से केवल एक 1 सदस्य ही इस योजना के तहत आवेदन कर सकता है। परिवार के सारे सदस्यों को इस योजना के तहत आवेदन करने की अनुमति नहीं है।
परिवार का मुखिया
श्रमिकों के परिवार में से परिवार का मुखिया ही दिल्ली मज़दूर / श्रमिक भत्ता योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकता है।
बैंक खाता
इस योजना के तहत आवेदन करने वाले मज़दूर के पास अपना बैंक खाता होना अनिवार्य है। यदि बैंक खाता नहीं होगा, तो उस मज़दूर को वित्तीय भत्ता प्रदान नहीं किया जाएगा और ना ही उसे आवेदन करने की अनुमति होगी। इसलिए यह आवश्यक है कि मज़दूर का बैंक में खाता हो क्योंकि वित्तीय सहायता सीधे बैंक में ही जमा करवाई जाती है।
हर बार नवीनीकरण
इस योजना के तहत लाभ लेने के लिए आवेदक को अपना पंजीकरण पत्र हर बार अपडेट करवाना होगा, तभी वह इस योजना के तहत लाभ प्राप्त कर सकता है।
दिल्ली मज़दूर/श्रमिक भत्ता योजना आवश्यक दस्तावेज (Delhi Majdur/Construction Worker Sahayata Yojana: Required Documents)
- आधार कार्ड
- मूलनिवासी पहचान पत्र जैसे कि वोटर आईडी, राशन कार्ड आदि
- बैंक खाता
- मज़दूर प्रमाण पत्र
दिल्ली मज़दूर/श्रमिक भत्ता योजना पंजीकरण प्रक्रिया (Delhi Majdur/Construction Worker Sahayata Yojana: Registration Process)
- योजना के तहत पंजीकरण करवाने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है।
- आवेदक को आधिकारिक वेबसाइट https://epass.jantasamvad.org/epass/relief/hindi/पर जाना होगा।
- इसके पश्चात होम पेज खुल जाएगा।
- इस होम पेज पर का कई विकल्प दिखाई देंगे। उन विकल्प में से कंस्ट्रक्शन मजदूर के लिए 5000 भत्ता को क्लिक करना होगा।
- विकल्प को क्लिक करने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
- इसके पश्चात एक नया पेज खुल जाएगा, इस पेज में हिंदी या इंग्लिश में से किसी एक भाषा का चयन करना होगा।
- भाषा का चयन करने के पश्चात एक एप्लीकेशन फॉर्म खुल जाएगा।
- यदि हिंदी भाषा का चयन करेंगे, तो हिंदी में एप्लीकेशन फॉर्म खुलेगा और यदि इंग्लिश भाषा का चयन करेंगे तो इंग्लिश में एप्लीकेशन फॉर्म खुल जाएगा।
- इसके पश्चात एप्लीकेशन फॉर्म में मांगी की सारी जानकारी जैसे कि नाम, पता, आधार संख्या और अधिक कुछ दस्तावेज़ अटैच करने होंगे।
- इसके बाद सबमिट का बटन दिखाई देगा।
- बटन को क्लिक करते ही आवेदन फॉर्म जमा हो जाएगा।
आवेदन की स्थिति चेक करना
आवेदन की स्थिति चेक करने के लिए आवेदक को नजदीकी श्रम कार्यालय में जाकर विभागीय अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करनी होगी। वहीं से आवेदन की स्थिति का पता चलेगा और यह भी पता चल जाएगा कि आवेदक को योजना के तहत वित्तीय भत्ता मिलेगा या नहीं।
सारी वेरिफिकेशन तथा सारे डॉक्यूमेंट सत्यापित होने के बाद श्रमिकों के बैंक खाते में वित्तीय सहायता ट्रांसफर कर दी जाती है।
लॉकडाउन के वक्त जब सारे ही व्यवसाय बंद हो गए हैं, ऐसे समय में मज़दूरों के लिए सोचना एक बहुत बड़ी बात है क्योंकि मज़दूर एक ऐसा वर्ग है जो रोज़ दिहाड़ी करके अपने घर का गुजारा करते हैं। लॉकडाउन की वजह से उन लोगों के काम पर बहुत ज्यादा असर पड़ा है। सरकार ने उन लोगों को सहायता राशि प्रदान करने की एक योजना तैयार की है। इस योजना के कारण उन श्रमिकों को बहुत हौसला मिलेगा और वह बिना संकोच के लॉकडाउन के समय में अपने घर को चला पाएंगे।
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